उतर के देख मेरी चाहत की गहराई मै,

उतर के देख मेरी चाहत की गहराई मै,
सोचना मेरे बारे मै रात की तन्हाई मै,
अगर हो जाए मेरी चाहत का एहसास तुम्हे,
तो मिलेगा मेरा अक्स तुम्हे अपनी ही परछाई मै…

दिल का हर राज दे दिया उनको मैहरबान समझ कर,
लगाया मौत को गले से हमने,उनका फरमान समझ,कर ,
वो नादान क्या जाने मेरी दीवानगी कि हद को,
कि हर सितम को सहा है हमने उसका अहसान समझकर|

आज की नई सुबह इतनी सुहानी हो जाए,
आपके दुखों की सारी बातें पुरानी हो जाएं,
दे जाए इतनी खुशियां ये दशहरा आपको,
कि ख़ुशी भी आपके मुस्कुराहट की दीवानी हो जाएं ।
आपको और आपके परिवार को दशहरा की बहुत-बहुत शुभ-कामनायें.

मैंने महसूस किया है उस जलते हुए रावण का दुःख
जो सामने खड़ी भीड़ से बारबार पूछ रहा था..
तुम में से कोई राम है क्या?

किस्मत पर नाज़ है तो वजह तेरी रहमत..
खुशियां जो पास है तो वजह तेरी रहमत..
मेरे अपने मेरे साथ है तो वजह तेरी रहमत..
मैं तुझसे मोहब्बत की तलब कैसे न करूँ..
चलती जो ये सांस है तो वजह तेरी रहमत..

कितना वाकिफ थी
वो मेरी कमजोरी से,
वो रो देती थी,
और मैं हार जाता था..

कुछ अलग ही करना है
तो वफ़ा करो दोस्त,
वरना मज़बूरी का नाम लेकर
बेवफाई तो सभी करते है.

जिल्लत की जिंदगी से अच्छा है शान से मर जाना.
मौत से बदतर है मौत के खौफ से डर जाना ,
जिन्दादिली है जिंदगी को मुस्कुरा के जीना
बुजदिली है दौरे गम में टूटकर बिखर जाना…!!

हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला,
हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला,
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी,
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला|

उस मोड़ से शुरू करें
चलो फिर से जिंदगी
हर शय हो जहाँ नई सी
और हम हो अज़नबी

तेरी धड़कन ही ज़िंदगी का किस्सा है मेरा,
तू ज़िंदगी का एक अहम् हिस्सा है मेरा..
मेरी मोहब्बत तुझसे, सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है,
तेरी रूह से रूह तक का रिश्ता है मेरा..!!

 

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