बिखरने दो होंठों पे हंसी के फुहारों को दोस्तों

“बिखरने दो होंठों पे हंसी के फुहारों को दोस्तों,
प्रेम से बात कर लेने से जायदाद कम नहीं होती….!

********

आइना तेरी भी हालत अजीब है मेरे दिल की तरहा!!!!!!!
तुझे भी बदल देते है ये लोग तोड़ने के बाद…..!!!

********

मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने वाला
अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता… !!

********

मोहबत किताबो में और
शायरी में ही अच्छी लगाती हे
ज़िन्दगी में नहीं…!!

*********

सीख रहा हूं अब मैं भी इंसानों को पढने का हुनर

सुना है चेहरे पे किताबों से ज्यादा लिखा होता है…..

********

हर मुलाक़ात पर वक़्त का तक़ाज़ा हुआ।
हर याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ।

सुनी थी सिर्फ ग़ज़लों में जुदाई कि बातें।
अब खुद पर बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ

*********

पूछो ना उस कागज़ से जिस पे;
हम दिल के मुकाम लिखते है;
तन्हाइयों में बीती बातें तमाम लिखते है;
वो कलम भी दीवानी हो गई;
जिस से हम आप का नाम लिखते है।

*******

प्यास अगर मेरी बुझा दे तो मैं मानू…..
वरना….
तू समन्दर है, तो होगा, मेरे किस काम का ??

********

मैं ऊँचे लोगों की ऊँचाइयों से वाकिफ हूँ…
बड़ा मुश्किल है इस दुनिया में ऊँचा रहकर ऊँचा होना !!!

********

एक नफरत ही हैं जिसे,
दुनिया चंद लम्हों में जान लेती हैं.

वरना चाहत का यकीन दिलाने में,
तो जिन्दगी बीत जाती हैं..

********

टूटा तारा देखकर मांगते है कुछ न कुछ लोग,

पर अगर वो दे सकता तो खुद क्यूँ तूट जाता…!!!

********

“बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे
इक शहर अब इनका भी होना चाहिए……!!

********

आज़माते हैं लोग सब्र मेरा …..!
बार-बार कर के जिक्र तेरा…..!!

********

ये भी अच्छा है सिर्फ सुनता है;
दिल अगर बोलता तो कयामत हो जाती ।

*********

खुद पुकारेगी मंज़िल तो ठहर जाउंगा……
वरना मुसाफिर खुद्दार हूँ, गुज़र जाउंगा…..

*********

इतनी मतलबी हो गई हैं आँखें मेरी ..,
कि तेरे दीदार के बिना दुनिया अच्छी नहीं लगती ..!!!

*********

हर शख्स को नफरत झूठ से है,

मैँ परेशा हूँ सोच कर कि फिर ये झूठ
बोलता कौन है…….

*******

कभी टूट कर बिखरो तो मेरे पास आ जाना…मुझे अपने जैसे लोग बहुत अच्छे लगते हैं

********

सफ़ाई देने में, और स्पष्ट करने में अपना समय बर्बाद न करें. लोग वही सुनते है, जो वे सुनना चाहते हैं.

********

बिखरने दो होंठों पे हंसी के फुहारों को दोस्तों,
प्रेम से बात कर लेने से जायदाद कम नहीं होती..

********

ज़िन्दगी तुझसे हर कदम पर समझौता करूँ,
शौक जीने का है मगर इतना भी नहीं।l

********

परवाह नहीं अगर ये जमाना खफा रहे।
बस इतनी सी दुआ है की आप मेहरबां रहे।

********

हँसते हुए लोगों की संगत ईत्र की दुकान जैसे होती है,
कुछ ना खरीदो
फिर भी रूह महका देते है …….

*********

ज़िन्दगी हो या शतरंज…
मज़ा तभी है दोस्त…..जब रानी साथ हो….

********

“न जाने कब खर्च हो गये , पता ही न चला,
वो लम्हे , जो छुपकर रखे थे जीने के लिए”…

********

आज ख़ामोश सा मंजर है यहाँ…!!
ईश्क़ तो नहीं हो गया सबको…!!

*********

लोगों ने रोज़ कुछ नया मांगा खुदा से,
एक हम ही तेरे ख्यालों से आगे नहीं गये।!!

********

“भाग्य उसे कहते हैँ जब अवसर दरवाजा खटखटाए और आप उसी क्षण उत्तर देने के काबिल हो ..!!!”

********

“मेरी शायरी को इतनी शिद्दत से ना पढ़िए..
गलती से कुछ याद हो गया तो मुझे भुला ना पाओगे”..!!!

********

कल न हम होंगे न कोई गिला होगा !
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा !!

*********

जो लम्हे हैं चलो हँस कर बिता ले…!
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा !

********

दर्द दे कर इश्क़ ने हमे रुला दिया,
जिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दिया,
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते थे,
मगर उन्होने तो यादों में ही ज़हेर मिला दिया

********

लोग मन्जिल को मुश्किल समझते है,
हम मुश्किल को मन्जिल समझते है,
बडा फरक है लोगो मे ओर हम मै,
लोग जिन्दगी को दोस्त ओर हम दोस्त को जिन्दगी समझते है.

********

आदते अलग हे हमारी दुनिया वालो से,
कम दोस्त रखते हे मगर
लाजवाब रखते है-
क्योंकि बेशक हमारी माला छोटी है-
पर फूल उसमे सारे गुलाब रखते हे…

********

मेरे हालत की नज़ाक़त से अभी नावाकिफ़ हो तुम…

हम उसे भी जीना सिखा देते है, जिसे मरने का शौक हो…!!!

**********

जानत! हूँ कि तुम्हारा होना है । आओ हँस लें कि फिर तो रोना है ।

हमको अपना पता भी याद नहीं, तेरी आँखों का जादू – टोना है ।

हर तरफ़ प्यार, प्यार, प्यार उगे, बीज ऐसा दिलों में बोना है ।

मौत और ज़िन्दगी का अर्थ है क्या, साँस का जागना है, सोना है ।

तू अभी तक बसा है साँसों में, तुझसे महका ये कोना-कोना है

********

दुआ कबुल हो ज़ाये तो कैसा रोना ,
हर बार निशाना मोहब्बत पर तो नही होता!!!

*******

बेवफाई तो सभी करते है…
तुमतो समजदार थे,
कुछ और करते…!!!

*********

उम्रे दराज मांग के लाये थे चार दिन ।
दो आरजू में कट गए दो इंतजार मे

*********

ये माना के तेरी नज़र के काबिल नहीं हूँ मैं,

कभी उन से भी पूछ, जिन्हें हासिल नहीं हूँ मैं!!

**********

सौदा हमारा कभी बाज़ार तक नही पहुंचा,
इश्क था जो कभी इज़हार तक नही पहुंचा,

यूँ तो गुफ्तगू बहुत हुई उनसे मेरी,
सिलसिला कभी ये प्यार तक नही पहुंचा,

जाने कैसे वाकिफ़ हो गया तमाम शहर,
दास्ताने-इश्क वैसे “अखबार” तक नही पहुंचा,

शर्तें एक दूसरे की मंज़ूर थी यूँ तो,
पर मसौदा हमारा कभी “करार” तक नही पहुंचा,

गहराई दोस्ती की मैं नापता भी कैसे,
रिश्ता हमारा कभी “तकरार” तक नही पहुंचा,

*********

कभी-कभी ज़िंदगी में ये तय
करना बड़ा मुश्किल हो जाता है कि गलत क्या है?
वो झूठ जो चेहरे पे मुस्कान लाए;
या वो सच जो आँखों में आंसू लाए।

********

जब उसने ददॅ दिया तो याद आया
मेने ही तो दुआओ में उसके सारे ददॅ मांगे थे

********

तुम तो मेरे करीब से निकले थे फिर भी कहते हो देखा ही नहीं……

कभी मुझे देखने की चाहत में इंतजार दिन-रात किया करते थे…

********

” गुजर तो जायेगी जिन्दगी उसके बगैर भी
लेकिन तरसता रहेगा दिल प्यार करने वालो को देखकर….”

*********

अच्छे दोस्तोँ की तलाश तो कमजोर दिल वालोँ को होती है…

बडे दिल वाले तो हर दोस्त को अच्छा बना लेते हैँ….

********

ऐ दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यार:
दोनों मिल कर उसे भूल जाते है। …..

*********

इश्क वो खेल नहीं जो छोटे दिल वाले खेले,
रूह तक कांप जाती है सदमे सहते सहते..

**********

ज़िंदा रहेंगे तो हर दिन तुम्हें हम याद करेंगे..
भूल गये तो समझ लेना खुदा ने हमें याद कर लिया…

*******

जिनकी दोस्ती सच्ची है,
वो कब फ़रियाद करते है….?

जुबान खामोश होती है,
मगर दिल से याद करते है….!!

*******

मन में है जो, साफ साफ कह दो..
“फैसला” “फासले” से बेहतर होता है…..

**********

हमारे इश्क की तो बस इतनी सी कहानी हैं …,,

तुम बिछड गए,
हम बिख़र गए !!

तुम मिले नहीं,
हम किसी ओर के हुए नहीं !!

*********

हाँ है, तो मुस्कुरा दे…
ना है, तो नज़र फेर ले…
यूँ शरमा के आँखें झुकाने से उलझनें बढ़ रही हैं…!!!

*********

तुम ने कहा था…आँख भरके देख लिया करो हमें,
अब आँख भर आती है पर तुम नजर नहीं आते….!!

********

लोग वाकिफ हे मेरी आदतों से ..
रुतबा कम ही सही पर,
लाजवाब रखते है……

********

लम्हों ने खता की थी ,
सदियों ने सजा पाई है”

********

इश्क पे मुकदमा कर के क्या मिल जायेगा,
जनाब-ऐ-हुस्न को पकड़ो, जो फसाद की जड़ है !!

**********

वोह कबसे तलवार लिये मेरे पीछे भाग रही है…
मैने तो मजाक मै कहा था की…
दिल चीर के दैख… तेरा ही नाम होगा…

********

कुर्बान हो जाऊँ उस सख्श की हाथों की लकीरों पर
जिसने तुझे माँगा भी नहीं और तुझे पा भी लिया,

********

मत देख ऐ हसीना मुझको यु हँसते हँसते
मेरे दोस्त बड़े नालायक है, कह देंगे भाभी नमस्ते

********

फुर्सत किसे है ज़ख्मों पे मरहम लगाने की,
निगाहें बदल गयी अपने और बेगाने की,
तू न छोड़ना दोस्ती का हाथ, वरना
तम्मना मिट जायेगी कभी दोस्त बनाने की ||

**********

जीवन में अगर आप कामयाब हो तो सब माफ़ है ..

वर्ना सब आपके बाप है. . .

*********

जाने किस चमन की शाख़ सूनी हो गई होगी,

ये सोच कर हम फूल तोहफ़े में नही लेते !

********

पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्चा ना करो कि.

पैसा खर्च करने के लिए वक़्त ही ना मिले।

*********

चुप रहना ही बेहतर है, जमाने के हिसाब से !
धोखा खा जाते है, अक्सर ज्यादा बोलने वाले !!

*********

हाथ में टच फ़ोन,
बस स्टेटस के लिये अच्छा है….

सबके टच में रहो,
ज़िन्दगी के लिये ज्यादा अच्छा है ।

*********

कमाल का ताना दिया आज किसी ने मुझे..

कि, लिखते तो खूब हो, समझा भी दिया करो ! ……

*********

“कोई एक शख्स तो यु मिले,
कि वोह मिले तो, सुकून मिले…..!!

*********

यूँ ना खींच मुझे अपनी तरफ बेबस कर के,
ऐसा ना हो के खुद से भी बिछड़ जाऊं और तू भी ना मिले…

*********

बस ‘जान’ जाओ मुझे,
यही ‘पहचान’ है मेरी…

हम ‘दिल’ में आते हैं,
‘समझ’ में नहीं..!!

*********

सिमटते जा रहें हैं….दिल और ज़ज्बात के रिश्ते….
सौदा करने मे जो माहिर है….बस वही धनवान है…

********

सौ खामियाँ मुझमे सही मगर,

इक खूबी भी है,

अपनों को आज तक पराया नहीं किया….

*********

सीधा सादा डाकीया, जादु करें महान

एक ही थैलेमे भरे, आँसु और मुस्कान…!!!!!

**********

लाजिमी है उसका खुद पे गुरूर करना,
हम जिसे चाहे वो मामूली हो भी नही सकती…..

*******

मेरी उम्र इतनी तो नहीं फिर भी.. ना जाने क्यों??
.
बड़े बड़े आशिक़ मुझे सलाम करते है …!!

*********

“मेरी उम्र उसके ख्याल मेँ गुजरी,
मेरा ख्याल जिसे उम्र भर ना आया……..!”

*********

अपने हर लफ्ज में कहर रखते है हम,
रहे खामोश तो भी असर रखते है हम..!!

********

अनकहे शब्दों के बोझ से
थक जाता हूँ कभी..

ना जाने खामोश रहना
समझदारी है या मजबूरी?

********

सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर,
इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता?

बस पत्थर बन के रह जाता “ताज महल”
अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता..

********

भरे बाज़ार से अक्सर मैं खाली हाथ आता हूँ,
कभी ख्वाहिश नहीं होती कभी पैसे नहीं होते..!!

*********

आज वो काबिल हुए,
जो कभी काबिल ना थे,
और मंज़िलें उनको मिली,
जो दौड़ में शामिल ना थे

********

हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है ।।

फट जाती है लोगो की जब हम कदम रखते है।।

*********

यूँ ही कम है ज़िंदगी मोहब्बत के लिए ,
रूठ कर वक्त गवाने की ज़रुरत क्या है

*******

मेरे मुस्कुराते चेहरे को देख तुम मुझे
क्या समझोगे ,

मुझे तो वो नही समझ पाया जिसने मुझे
मुस्कुराना सिखाया…

********

तेरी चाहत तो मुक़द्दर है मिले न मिले,

राहत ज़रूर मिल जाती है तुझे अपना सोच कर.”

********

देखते है अब किस की जान जायेगी;

उसने मेरी और मेने उसकी कसम खाई हैं!

*******

“कौन कहता है मुझे ठेस का एहसास नहीं,
जिंदगी एक उदासी है जो तुम पास नहीं,

मांग कर मैं न पियूं तो यह मेरी खुद्दारी है,
इसका मतलब यह तो नहीं है कि मुझे प्यास नहीं.”

*******

मेरी तबाही का इल्जाम अब शराब पर है…
करता भी क्या..बात जो तुम पर आ रही थी….

********

अब तेरा नाम हथेलियों पर नहीं लिखते हम,,

कारोबार में सबसे हाथ मिलाना पड़ता है..!!!!!

********

वो साथ था तो …मानो जन्नत थी ज़िन्दगी……!
अब तो हर साँस ज़िंदा रहने की वज़ह पूछती है…!!

********

जींदगी गुझर गई सारी कांटो की कगार पर,

और फुलो ने मचाई है भीड़ हमारी मझार पर…..

********

ये कैसा इंतकाम है यारों.,की जिस शक्स पर ये दिल पलों में फिदा हुआ था….,
आज “मोहल्लत” माँग रहा है उससे “जुदा” होने को …

*********

उस शख्स से बस इतना ताल्लुक है मेरा…

वो परेशान हो तो मुझे नींद नहीं आती ।।

********

अच्छे अच्छो का ईमान जो हीला देती हे
सोये हुऐ कीतने को जगा देती हे
दौलत मे वो गरमी हे की जो चड जाये
तो ईन्सान को भी शैतान बना देती हे

********

कोई ताबीज ऐसा दो की मैं चालाक हो जाऊ

बहुत नुकसान देती है मुझे ये सादगी मेरी ।

********

आज फिर निकली है वो बे-नक़ाब शहर मे दोस्तों…
आज फिर भीड़ होगी कफ़न की दुकान में…..!!

********

बेवफाई तेरी आज मिटा कर आया हुँ.
खत तेरे सारे पानी मेँ बहा कर आया हुँ…..
.
कोई पढ़ ना ले तेरी बेवफाई के अफसाने,
इस लिए तेरी खातिर पानी मे भी आग लगा के आया हुँ………

********

उसको रब से इतनी बार माँगा है,
की अब हम सिर्फ हाथ उठाते है तो
सवाल फ़रिश्ते खुद ही लिख लेते है ।

********

गम तो सभी देते है
गम मे साथ कम देते है

********

समेट कर ले जाओ आप अपने झूठे वादों के अधूरे किस्से,
अगली मोहब्बत में आपको फिर इनकी जरुरत पड़ेगी !!

********

अजनबी थे तो अच्छा था….
इस जान पहचान ने कम्बखत…. फासले बढ़ा दिए…

********

मुझको जब ऊँचाई दे
मुझको जमीं दिखाई दे
एक सदा ऐसी भी हो
मुझको साफ सुनाई दे
दूर रहूँ मैं खुद से भी
मुझको वो तनहाई दे

********

तू इस कदर इन्सान को इतना बेबस ना बना मेरे खुदा…!!!

की तेरा बन्दा तुजसे पहले किसी और के आगे झुक जाये…..!!!

**********

” कभी जो थक जाओ तुम दुनिया की महफिलों से , हमें आवाज दे देना, हम अकसर अकेले होते हें !”..

*********

“ठहर सके जो …….. लबों पे हमारे,
हँसी के सिवा, है मजाल किसकी”..

*********

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Shayri part 13

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Dekho fir raat aa gai,
Good Night kahne ki bat yaad aa gai,
Hum baithe the sitaro ki panah mein,
Chand ko dekha to aap ki yaad aa gai.

********

Kitna pyar karte hai hum unse,
Kaash unko bhi yeh ehsaas ho jaye,
Magar aisa na ho ke woh hosh mein tab aaye,
Jab hum gehri neend mein so jaye…

********

Hum is kabil to nahi ke koi humein apna samjhega,

Lekin itna to yaqeen hai koi royega boho0at hume kho dene ke baad…

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Vo samjhta hai ki har shakhs badal jata hai…..
Ussey lagta hai zamana us ke jaisa hai….

********

Dafan Karna Mujhe Apni Ankhon Me….

Ye Meri Aakhri Wasiyat Hai..!!

********

Main uske haathon ka khilona hi sahi;
kuch der ke liye hi sahi, usne mujhe chaha to hai..

*********

Chahat hai kisi chahat ko pane ki, chahat hai chahat ko aazmane ki,.

Wo chahe hume chahe na chahe par chahat hai unki chahat me mit jane ki.

*******

Ek raat dhadkan ne aankh se pucha.tu dosti me itni kyu khoi hai?
Tab dil se awaj aayi doston ne hi saari khusiyan di hai,

warna pyar krk toh ankh royi hai..

*********

Ajab Muqaam Pe Thehra Huwa Hai Kafila Dil Ka…

Sukoon Dhundne Nikle The, Neende Bhi Gawa Bethe…

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” Meri yadon se agar bach niklo to waada mera hai tumse,
Main khud duniyaa se keh doon ga ke kammi meri wafaa mein thi..!”

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Meri Dehleez Par Aa Ruki Hai MOHABBAT Ab Kya Karoon Tu Hi Bata Aye Mere Khuda…

Mehmaan Nawazi Ka Shoq Bhi Hai Aur Ujad Jane ka Khauf Bhi…..

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Yaado k jungle me tab tak firta hu
Jab tak pair lahu luhan nahi ho jate..

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Mujhe mere Kal ki Fikar Aaj bhi nahi hai..
Par Khuwahish tO tujhe Paane ki Qayamat tak rahegi..

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Na Pocho Ke Meri Manjil Kaha Hai
Abhi To Safar Ka Irada Kiya Hai
Na Haronga Hosla Umar Bhar
Ye Mene Kisi se nahi khud se vadha kiya hai…

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“Me Tumhe Kismat Ki Lakeeron Se Chura Leta…..
Faqat Ek Bar Tumne Mera Hone Ka Dawa To Kiya Hota…

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Itne Lamhe Guzare Hai Tere Saath Humne
Ke Aaj Ek Lamha Tanha Guzarna Mushkil Hain.

********

Palkon Ki Hadd Ko Tod Kar Daaman Pe Aa Giraa,

Ek Ashq Mere Sabar Ki Toheen Kar Gayaa.

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Tujh Se Nahi Waqt Se Naraz Hu Main…!!!

Jo Kabhi Tumko Mere Liye Nahi Milta…!!!

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Na Samajh Sakoge Qayamat Tak Jise Tum,,

Qasam tumhari tumhen itna pyar karte hain..

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“Apni tanhaayi se tang aa kar..
Bahut se aainey khareed laya hun …!”

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Tum Laut k anay ka takalluf mat
Karna,
Hum Ek mohabbat ko Do baar Nahi kartay…!!!

*******

Din Me Deepak Jalane Se Kya Hoga ,
Raakh Me Aag Lagane Se Kya Hoga,

Jab Aapko Aati Hi Nahi Hamari Yaad,
Toh Phir Yaad Dilane Se Kya Hoga?

*******

Usne mujhe pucha..muje pane k liye tum kis had tak ja sakte ho..

Mene kaha….

Agar had hi par karni hoti to tumhe kab ka paa liya hota…

*******

Naa Jane Q..!Magar is Jhoothi Dunya K Jhootay Log,

Wafain Kar Nhi Saktay Waday Hazaar Kartay Hain…

********

Beshak tumne mujhe thukra diya hai,
Mat sochna ke humne tumhe bhula diya hai,

Teri chahat pe aaj bhi bharosa hai,
Ye to meri kismat ne mujhe daga diya hai..!!!!!!

*******

Yaad rahega ye dour- E hayaat humko

Ki tarse the zindgi me zindgi ke liye !!!!

*******

Ek Tere Na Rehne Se Badal
Jaata Hai Sab Kuch……

Kal Dhoop Bhi Deewar Pe
Poori Nahi Utri…….

*********

Tujhse banti bhi nhi,
tere bina chalti bhi nhi..

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Ekka chahe kitna bhi bda ho

Magar
rani sirf badsah ki hi hoti haii..

********

Acha hua maloom ho gaya, Apno ki mohabbat ab mohabbat nahi rahi,

Warna hum toh apna ghar bhi chhod rahe they,
Unke dil main rehne ke liye

********

Ye mout bi badi ajeeb chiz hey yaro…
Sala Ek Din Marne ke liye Puri Zindgi Jini padTi hey…

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Pyaar tera 1000 ke note jaisa … Dar lagta hai nakli na nikal jaye..

*********

Jis key naseeb mein hon zamaney ki thokar’ein…!!

Us bad-naseeb sey na sahar’on ki baat ker…

*********

Akele hai to kya hua,Ye zindgi bhi guzar jayegi….

Hum apni tanhai mitane ke liye kisi ko majbur nahi karte….!!!!

*********

Tu hasi chand kisi aur ka sahi

Par tu mere andhere ki roshni he…

*******

Zidd par ishq agar aa jaaye
paani chhidak ke aag lagaaye..

**********

Labo se tut gaye guftagu ke sab rishte
wo dekhta hei to bas dekhta hi rahta hei..

*********

Na Waqif The Hum Chahat K Asulon Se, Is Liye Barbaad Huye…..

Na Usne Apna Banaya Na Kisi Aur K Qabil Chora..

********

Honth mila diye usne Mere hontho se ye keh Kar………

Sharab peena chhod doge to ye jaam Roz milega …….

***********

Khuwab aankhon se churana meri aadat nhi..!!
kisi apne ko bhulana meri aadat nahi..!!

Palkain bhigo Leta hon apno ki yaad me..!!
Mgr kisi ko rulana meri aadat nahi…!!

*********

Bin tere mujko Zindagi se khauff lagta hai……
Kisto Kisto mein marr raha hu aisa roz lagta hai…

***********

Dil-e-Tabah Ko Zakhmon Ki Kuch Kami To Nhi,

Magar Hy Dil Ki Tamanna k Tum Phir Se Waar Karo..

*******

Har aankh yahan yun to bahut roti he,
har boond magar ashk nahi hoti he,
par dekh k ro de jo zamaane ka gam,
us aankh se aansu jo gire moti he…

********

Dekhi hotho ki hasi zakham na dekhe dil ka,
aap bhi oron ki tarha kha gae dhokha kese!!!!

*******

Tu saath hokar bhi saath nahi hoti …
Ab toh rahat mein bhi rahat nahi hoti…

********

Ya toh inhe mujhe maarna hoga … ya phir haarkar tujhe mere paas bhejna hoga

********

Main Jo Chahu To Tod Du Naata Tumse

Par Mein Buzdil Hu

Maut Se Darr Lagta Hai …

*********

Diwangi har raz khol deti hai, Khamosi bhi har baat bol deti hai,

Shikayat hai muze sirf is dunia se,
Jo dil ke jazbat bhi paiso se tol detihai.

*******

Hasai to hasi lav,
Radai to radi lav,
Sangraam chhe jindagi,
Ladai to ladi lav.

********

Mohabbat Aur Maut Dono Ki Pasand Bhi Ajeeb Hai:
Ek Ko Dil Chahiye:
Aur Dusre ko Dhadkan!

********

Ho Jaun Itna Madhosh Tere Pyar Mai

Ke Hosh Bhi Aane Ki Ijaazat Maange..

********

Kalyug he mere dost
Etna viswas mat rakh
Log jeb me namak liye ghumte hai
Apne ghav khule mat rakh..

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Mat kar pyar mujhse ay ajnabi, Sab ko pata hai main zamane mein badnaam hoon……!!

********

Terre samne zindagi padi hai guzarne ke liye,
Main to likh kar mitaya hua ek naam hoon…

********

Bin Dard Ke Roya Nahi Jata,
Bin Pyar Ke Rishta Banaya Nhi Jata,
Ek Baat Zindagi Me Yaad Rakhna,
Apni Khushi Ke Liye Kisiko Rulaya Nahi Jata..

******

Siddat-e-dard se sharminda nahi meri wafa
dost gahere hei to fir zakhm bhi gahere honge..

*********

Un zakhmo ko bharne me kuchh der to lagti hei
Jin zakhmo me shaamil ho apno ki inaayate..

*********

Tadap rahe hai hum tere ek alfaaz ke liye,
Khuda ka waasta todd de apni khamoshi hame zinda rakhne ke liye…!!

********

Main Khush Hu ke uski Nafrato’n ka Akela Waris Hu…!!!

Mohabbat To Unko Bohat se Logo’n Se Hai…!!

********

Jemne bhuli jata varso thaya, yaad aavya ek amathi vaat ma.

********

Tame vaato karo to thodu saru lage,
aa dur nu Aakash mane maru lage…

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Sodhi sakso ghar tame maru tarat,
saat sapna nu suku toran hase.

********

Tane jovanu jokham to khedyu, pan jovama jiv upar aavi che vaat.

********

Kevi aashubh palma banne malya hoisu k,
kale to kumbh mukyo, aaje nivas chhodyo.

*******

Mera Qaatil Pareshan Hai
Meri Maa Ki Duaon Se

Wo Jab Bhi Waar Karta Hai
Khanjar Toot Jaata Hai…

********

Tere Hote Huye Bhi Tanhai Mili Hai,
Wafa Karke Bhi Dekho Buraai Mili Hai,

Jitni Dua Ki Tumhe Pane Ki,
Us se Jayada Teri Judai Mili Hai…

“Teri yaad kuch is trha mere “dil” se lipti hai

K jaise “phool” pr ksi titli ko “neend” aa jaye..!!

*******

Wada humne kiya tha nibhane k liye…!!!
Ek dil diya tha ek dil paane k liye…!!!

Usne hume mohhabbat sikha di or kaha…!!!
Humne tumse mohhabbat ki thi kisi or ko jalane k liye…!!!

*********

Uski Pyari Muskan Hosh Uda Deti Hai,
Uski Aankhe Hume Dunia BhuLa Deti He

Aayegi Aaj Bhi Wo Sapne Me
Bas Yahi Ummeed Hume Roz SuLa Deti Hai…

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Ek Tumko Agar Chura Loon Main Toh….

Ye Zamaana Gareeb Ho Jaayega….

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Woh ek pal hi sahi, jis pal main wo sirf mera ho,
Us ek pal say zyada to zindagi ki khwahish bhi nahi….

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Bohat thay mere bhi apne is duniya me…
Phir hame bhi ishq huwa aur hum tanha ho gaye…

********

Har Taraf Raah Main Thay Kaanty Bichay Huay…
Mujh Ko Teri Talab Thi, Guzarte Chale Gaye…

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Aap Hum Se Baat Apni Mrzi Se KarteHo,,aur Hum Bhi Kitne Pagal Hai aapkiMarzi Ka Intzaar Karte Hai….

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Na ji bhar k daikha na kuch baat ki,
Badi arzu thi mulaqat ki.

********

Itni sidat se bhi pyar na karna kabhi kisise
Bahut gehrayi mai jane wale aksar doob jate hai…

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Jurm-e-ulfat mein hamein log saza dete hain;
kaise naadaan hain, sholon ko hawa dete hain..

********

Is Duniya Me Wafa Karne Walon Ki Kami Nahi Hai
Bus Pyar Hi Us Se Ho Jata Hai Jise Qadar Na Ho…

********

Khuda Kare Jindagi Me Ye Makam Aaye
Tujhe Bhulne Ki Dua Karu Aur Dua Me Tera Naam Aaye.

*********

A Khuda Aaj Mene Dil Us K Kadmo Mein Rakh Diya…

Par Use Jmin Pe Dekhne Ki Aadat Nhi Thi..!!

********

Wo aur log honge jinko tere didar ki hasrat hogi…
Main ne tuje bepana chaha hai binna didar kiye.

*********

Kehnay ko To Bohat Si Baatain Hain Is Dil Main….,
Mukhtasir Lafzon Main Meri
Aakhri Khawahish Ho Tum….

*******

Jis din band kar li maine ankhe, kai ankho se uss din aansu barsenge,

Jo kehte hai k bahut tang karta hu me wahi meri ek sharart ko tarsenge…

*********

Chahat ne ansuo ke tohfe diye…
Baato ne yaado ke tohfe diye…
Isliye andhero se lipat ke ro pade hum…
Qki ujaalo ne bahut se dhoke diye….

*********

Saaf Keh Do Agar Gila Hai Koi..
Faislaa…Faaslon Sey Behtar Hota Hai..

*******

Kaise dikhau use mai apna dard ae mohabbat,
kabhi aansu sukh jate hai kabhi alfaz kam pad jate hai…

********

Dil ki Qeemat To Muhabbat K Siwa Kuch Na Thi….
Jitne Bhi Mile Surat K Khareedar Mile…

********

Guroor To Hona Tha Unko Hamari Mohabbat Ki Shiddat Dekh Kar
Magar Woh Apni Qadar Ki Soch Me,Hamari Qeemat Hi Bhool Gaye….

*********

Kuch khaas nahi bas itni si mohabbat he meri….
Har raat ka akhiri khayaal, har subha ki pehli soch ho tum!!

*********

Aaj us ny ajeeb sawal kr diya mujh se…
Marty mujh pr ho to fir jity kis k liye ho…..?

*********

Main Tabah Hoon Tere Pyar Mein, Tujhe Dusro Ka Khayal Hai…
Dost

Kuch Mere Masle Par Gaur Kar Meri Zindagi Ka Sawal Hai…

*********

Ye mera ishq tha ke deewangi ki inteha

Tere Qareeb se guzar gaye tere hi khayalon mein..

********

Zindagi tou apne kandho pe jee jati hai mere dost,

Dusro ke kandho per tou sirf jannaze uthte hai..

********

Itna udas shaam ka manzar kabhi na tha,…
sooraj ke sath doob gaya mera dil bhi aaj…

********

Dilon Ka Khel Jo Khelo To Yeh Bhool Mat Jana,

K Khel Khel Main Aksar Khilonay Toot Jate Hain.

*********

“Zindagi” me Na Jane Kaunsi Baat “Aakhari” Hogi,
Na Jane Kaunsi “Raat” Aakhari Hogi
“Milte, Julte,Baate” karte Raho Yar Ek “Dusre” Se Na Jane Kaunsi “Mulakaat” “Aakhari” Hogi……..

*********

Lehro ko khamosh dekhkar yeh nah samaj ki samandar mai ravangi nahi hai..,

Hum jab bhi uthege tufan banke uthege bas uthne ki abhi thani nahi hai…!

**********

“Hum Baney Hi They Tabaah Hone K Liye…!!

Tera Milna To Ek Bahana Tha…..”

*********

“Yeh sharaab yeh jaam hum hosh gawaa baithe,
yeh husan yeh adaa ab hosh me aayein kaise.”

**********

Kon puchhta hei pinjre me bandh panchhi o ko
Yaad to bas wohi aate hei, jo ud jaate hei..

*********

Mahobat ke hawale se tum bahot jaalim ho
Tod dete ho muje bhi apne wade ki taraha..”

********

Bhula diye the jo waqt ke bhanwar me hamne
aaj dil ke wo puraane zakham tezaab ho gaye…

********

Ajeeb tarah se naakam rahe hum dono.

Aap hume chah na sake…

Aur hum apko bhula na sake…

*********

Wo mujh se bichda to bichad gye zindagi..

Mein zinda to raha magar zindon me na raha..!

*********

Jo Safar Ki Shurwat Karte Hain,
Wo hi Manzil Ko Paar Karte Hain.
Bas ek Baar Chalne Ka Housla Rakhiye,
Achchhe insano Ka To Raste Bhi intazar Karte hai…

*******

Mai Kaise Yakeen Kar Lu,
Mujhse Mohabbat Nahi Thi Unko.
Suna Hai Aaj Bhi Wo Rote Hai,
Meri Tasweer Seene Se Laga Kar..

*********

Pyar har waqt saath rehta hai … kyun ki pyar waqt se nahin, usse kiya jaata hai jiske saath waqt guzaarte hain…

*********

Kitne Sitam Karoge Is Toote Huve Dil Par,
Thak Kar Batana Jaroor, Mera Jurm Kya Tha..??

*********

Mushkil to Ye Hai K Usse Meri Muhabat ka Yaqeen Hi Nahi,

Aur Hum Bhi MajbOOr Hain K Dil Nikal K Dikha Nahi Sakte !!

********

Kya Sunaoon Apni sabar ki kahani tumko…
.
Samandar ka Rakhwala tha, aur Saari Umar pyasa raha………….

********

Are Tuje aese hi yaad nahi karta hu,
Pagal jese Ab muje aadat ho gai he jaam ki,

Is dil ko bhi dhadakne ke liye rishwat chahiye tere naam ki..

*******

Namumkin hain es Dil ko samaj pana,
Kyuki Dil ka ek alag hi dimag hota hai…

**********

Tuj me aur cigarette me koi fark nahi….

Tu dur reh k jaan leti he, ye hotho se chhu k…

********

Honth mila diye usne mere hotho se ye kehkar…

Cigarette pina chhod do..

Kya mere hontho me nasha nahi hai!!!!

*********

Namak tum haath me lekar, sitamgr sochte kyu ho ?
hazaaro jakhm h dil pr,.. jahaan chaaho whaa chidko…

********

Apnay Siwa Batao Tumhein Kuch Mila Hai jaanu;
Hazar Bar Lee Hain Tumne Mere Dil Ki Talashiyaan!

*******

Woh Mujhse Door Hokar Khush Hein Toh Khush Hi Rehne Do;
Mujhe Apni Chahat Se Zyada, Unki Muskrahat Pasand Hai!

*******

Aaj ke jamane me wo hi imaandaar he,
Jisko beyimaani ka mauka nahi mila…

********

Jab chote the hum to jor se rote the
Jo pasand hota tha us paane ke liye,
Aaj bade hai to chupke se rote hain
Jo pasand hain use bhulane ke liye…

*********

Ruth gaye hamaare sab chahane vaale ruth gaye hame manane vaale ab to mobile bhi hum se puchta hai kaha gaye tumhe roz sms karne vaale!!!!

*********

Dard-E-Dil Me uska ehsas nhi hota,
Rota hai dil jab wo pas nahi hota,
Barbad ho gaye hum unki mohabbat me,
Aur wo kehte hai is tarah pyar nahi hota…

*******

Bus jeene hi to nahi degi….

Aur kya kar legi yaad teri….?

********

Bahut yaad karte hai wo muje…

Dil se ye vaham jata kyu nahi….

*********

Aur kitne imtehan lega waqt tu…..

Zindagi meri hai to fir marzi teri kyu ???

*********

Kabhi Aansu, Kabhi Sajde ,
To Kabhi Hatho Ka Uth Jana,,,
Mohabbat Nakaam Ho Jaye,
To Rab Bahot Yaad aata Hai..

********

Bohat socha Bohat samjha Bohat hi dair tak parkha

K tanha ho k jee laina Muhabbat se to behtar hai.

*********

Talaash kar meri kami ko apne dil me,
Dard huwa to samajh lena mohabbat abhi baaki hai…

********

Itnaa To Rulaa Diya Hota Ke
Aansoo Hi Chalak Aate,
Palkon Mein Ruke Hue Aansoun Ka Dard Saha Nai Jata……

*********

Aa Sikha De Mujhe Andaaz Mukar Jaane Ka…..

Waade Nibha Nibha Ke Thak Sa Gaya Huu main…

*********

Muhabbat Ko Paany Ki Tamana Ho To Logon Se Mat Ghabrao

Jo Hath Kanto Se Darte Hain Unko Phoolon ki Khushbu Kabhi Nahi Milti…

********

Sirf do shakhas zindgi m khus rhete h
Ek vo jise sacchhi mahobbat mil jaye
Dusra vo Jose kabhi kisise mahobbat hi na ho

********

Muhabbat mein kisi ka imitihan na lo kbi,
Jo nibha naa sako wo vada na do kbi,
jisy tum bin rehny ki adat hi na ho,
Usy jeny ki dua naa do kbi.

*********

Tezaab Se Khelne Ka Shauk Tha Mujhe …..
Tujhse Dil Laga Ke Ye Shauk Bhi Poora Ho Gaya….!!

*********

Hum donon hi darte the, ek dusre se baat karne se,
Main,muhabbat ho gayi thi isliye, Wo muhabbat n ho jaye isliye…

********

Toot Sa Gaya Hai Meri Chahton Ka Wazood,,,

Ab Koi Achha Bhi Lage To IZHAAR Nahi Karte..

*********

Ek din jab meri sans band ho jayegi
Mat sochna ki chahat kam ho jayegi
Fark sirf itna hoga
Aaj hum aapko yaad karte hain
Kal meri yaad aapko rulayegi..

*********

Acha lagta hai tera naam mere naam ke sath..
Jaise koi subah judi ho,kisi haseen shaam ke sath..

********

Ae zindagi mujse yu daga na kar, main zinda rahu ye dua na kar, koi dekhta hai use to hoti hai jalan mujhe, ae hawa tu bhi use zyada chhua na ker….

*********

Mujh se Mat puchh Mere Mehbub ki sadgi ka “Andaz”……..!!!
“Ae-DosT” ..!!Nazrein bhi Mujh pe thi Aur Nafrat bhi Mujh se thi….!!

*******

Yu alfaazo ki ahemiyat na badhaaiye,
Ashqo ki bhi apni ek jubaan hoti hei..

********

Ye zindagi swaal thi, jawaab maagne lage,
Farishte aake khwaab me hisaab maagne lage.

Idhar kiya karam kisi pe aur udhar jataane lage
Namaaz padh ke aaye aur saraab maagne lage.

*********

Kar kuchh mera bhi ilaaj ae haqim-e-ishq
Jis raat pura chaand ho, soya nahi jaata…

********

Lajjat thi kabhi, ab to musibat si ho gai hei,
mujko gunaah karne ki aadat si ho gai hei..

*********

Sab Khasaaro’n ko Jama Kar Kay Ye Haasil Niklaa,
Dil-e-Nadaa’n Ki Koi Baat na Maani Jaaye……!!

*******

Guzri hai kal woh raat ajeeb si,
karte rahe woh humse chaahat ajeeb si,

Ab saari zindagi tanha hi jina hoga,
bichadte waqt woh kar gayi baat ajib si…

**********

Dil Mein Khila Hai Aapke Naam Ka Phool
Dil Se Kahi Hona Jaye Koi Bhool

Dil Ka Hai Aapke Liye Alag Sa Usool
Ki Aapki Khushi Ke Aage Hai Sab Kuch Qubool !!!

********

Khwaab lafzo me nahi dhalte
kaash aankhe padha kare koi

********

Teri Chahat Ab Meri Aankhon Me Hai…..
Teri Khushbu Meri Sanson Me Hai….

Mere Dil Ko Jo Ghayal Kar Jaye……
Aisi Ada Sirf Teri Baaton Me Hi Hai…..

********

Aashiyane toot jate hai ek toofan se,
Zindagi badal jati hai ek insaan se,

Kya kya chupaoge jaha walo se yaaro,
Khamoshi bahut kuch keh jati hai aankho se.

*******

Na Chaho Fir Bhi Ye Ishq Insaan Ko Deewana Bana Deta He, Ajeeb Khel He Uprar Wale Ka, ‘Dil’ To Deta He Magar ‘Dhadkan’ Kisi Aur Ko Bana Deta Hai…

*********

Khushboo ki tarah aapke pass bikhar jayenge,
Sukun banker dil me utar jayenge,

Mehsus karne ki koshish toh kijiye,
Dur hote hue bhi hum pass nazar aayenge….

*******

Kaha sirf usne itna tha ki, tumhari Khamosi mujhe bahot pasand hai.

Itna sunna tha ki Humne apni shor , Machaati dhadkane bhi rok li.

*********

Dil Jal Kar Rakh Hua,Aankho Se Roya Na Gaya……
Jakhm Kuch Aise Lage Phoolon Par Bhee Soya Na Gaya…

*********

Terey Pyaar Ki Hifazat Kuch Isssss Tarha Se Ki Maine…!! . .

Ki . . Jab Kbhi Kisi Ne Pyar Se Dekha Toh Nazrain Jhuka Lien Maine..!!

********

Mukammal he taqdir teri…
Badalneki koshish mat kar…
Mitti ka putla he bas tu….
sirf aajmaayis kar…

*********

Mukhtasar mohabat ka mukhtasar anjaam

Waha Tum bichade ..
Yaha Hum bikhre ..

*********

Kal Raat Khwab Me Aapki Tasveer Bana Dali, Itni Achchi Lagi K Dil Se Laga Dali,

Jab Hua Khauf K Koi Chura Na Le Use, To Itna Roye K Apane Aaansuo Se Hi Mita Daali….

**********

Hum to manzil ki aur nikal pade
hai,
dekhenge pehle khuda milta hai ya tu.

*********

Khamoshiyon Me Ek Ada Itna Pyara Laga,
Aapka Pyar Hume Sabse Nyra Laga,

Yeh Na Tute Kabhi Yehi Dua Thi Meri,
Kyuki Yehi Ek Cheez Duniya Me Hume Hamara Laga…

*********

Kaha jana tha or kaha aa gaye,
zindagi me mehman bankar aa
gaye,

Abhi zindagi ki kitaab kholi thi or
na jane kitne imtehaam aa gaye.

*********

Suna Tha Khuda Sabki Suntan Hai
Isliye Dua Karne Ki Bhool Kar Baithe,

Pyar Ka Anjaam Kahan Malum Tha
Isiliye Dil Lagane Ki Bhool Kar Baithe.

**********

Chehre ki muskan ban gaye hai woh,
Dil ki dharkan ban gaye hai woh,
Zee na paenge unke beena,
Qki mere Zeene ki wajah ban gaye hai woh..

*********

Kitna pyaar karte hum unse,
Kaash unhe bhi ye ehsas ho jaye,
Kahi aisa na ho ki woh hosh mein tab aaye
Jab hum KISI AUR ke ho jaye.

*********

Ishq ki shakal me aayi thi tabaahi meri..

Wo kareeb aate gaye aur hum lut’te gaye..

********

Apne Haatho Ki Hatheli Par..
Uska Naam To Likh Liya..
Par Ye Bhi Na Socha Ki
Taqdeer To Khuda Likhta Hai..!

*********

Ye zalzalay yunhe besabab to nahi aatay

Zaroor zameen k neechay koi dewana tadapta hoga

*********

Tu hi bata kaha se dhund kar lau ab apne aap ko..

tujhe pane ke liye maine khud ko hi kho diya…

*********

Jholi faila kar manga khuda se
unhe…
par khuda ne meri fariyad ko suna hi nahi…
maine pucha aakhir kya hai wajah…
to kaha kyu chuna use jo tere liye bana hi nahi..

*********

Ajeeb Hain Ye Muhabbat K Asool…

Ruth Koi Jata Hai, Toot Koi Jata Hai…

*********

Barbaadio ka jaayza lene ke vaaste
wo puchh lete hei hal mera kabhi kabhi…

********

Wo apni ahmiyat har bar puchte hain mujhse…
Jane kyu meri nazro se khud ko dekhkar nahi dekhte…….

************

Muhabbatein or bhi badh jati hain juda hone se…

Tum sirf mere ho is baat ka khayal rakhna..

********

Khud hi na Chupa sake wo apne chehre ko Naqaab main

Be waja hamari Aankhon pe Ilzaam aa gaya…

*******

Ajab aarzu hei, anokhi adaa hei
Tuji se tuje maagna chaahta hu..

********

Apne khwab me jis Kisi ne bhi tuje dekha hoga
nind khulte hi wo teri talaas me nikla hoga….

*********

Souchta hun unhe to doob sa jata hun….

Ankhain hi nahi un ki yaadein bhi samander hain…

*********

Chalo so jate hain ab fir kisi sach ki talash mein.

Kal fir,

Subah uth kar phir is jhuthi duniya ka deedar karna hai.

**********

Jaise log sharab me soda aur pani milate he

Waise hi hum teri yaad me sharab milate he..

********

Tujh Peh Kuch Aehtibar Tha Warna
Dil Bhala Kon Udhar Deta Hai..!!!!!!

***********

Kisi Ki Yaad Me Anshu Bahane Hi Hai To Adab Se Bahao,
Suna Hai Sajde Me Gira Ek Anshu Bhi Bada Kimti Hua Karta Hai…!

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PYAR MOHOBAT ISHQ YE SAB BADNAM HAI,
SACCHI MOHOBat karna ek ilzam hai,,
meri mano kbi pyar mat karna,kyonki,,
pyar mai ladko ko dokha dena ladkiyon ka kaam hai,,

*********

Teri mohabbat teri wafa tera irada tu jaane….
Me karta hu sirf or sirf tujhse hi mohabbat ye mera khuda jaane…..

***********

Ab ke bikhra to puri tarah se bikhar jaaunga
mei teri zulf nahi hu ki har bar sanwar jaaunga..

**********

Ye aur baat hai ki kismat mujshe lipatkar roli.

Warna baahein toh tujhe dekhkar failayi thi..!

*********

Chhalo aaj bajar me khud ka bhav lagakar dekhe.
Kimat sahi n mile, to n sahi.
Bajar ki aukat pata laga kar dekhe…

**********

Muhabbat Haar Ke Jeena Bohat Mushkil Hota Hai
UssE Bus Itna Bata Dena Bhram Toda Nahi Karte..

*********

Zulm Ki Mujh Par Inteha Kar Do,,,
Fir Koi Be Zubaan Mile Na Mile…

**********

Tumse Milta Hoon To Iss Soch Main Pad Jata Hoon,,,
Waqt Ke paon Zanjeer Main dalu Kaise…

********

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Deepavali par khushiyo ke deep jale

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मैने बहुत से ईन्सान देखे हैं, जिनके बदन पर लिबास नही होता,
और बहुत से लिबास देखे हैं, जिनके अंदर ईन्सान नही होता।
कोई हालात नहीं समझता, कोई जज़्बात नहीं समझता,
ये तो बस अपनी अपनी समझ की बात है…,
कोई कोरा कागज़ भी पढ़ लेता है तो कोई पूरी किताब नहीं समझता!

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“ हो मुबारक ये त्यौहार आपको दीपावली का
ज़िन्दगी का हर पल मिले आपको खुशहाली का

प्यार के जुगनू जले, प्यार की हो फुलझड़िया
प्यार के फूल खिले, प्यार की हो पंखुड़िया

प्यार की  बंसी बजे,  प्यार  की हो शहनाईया…
खुशियो के दीप जले, दुःख कभी न ले अंगड़ाईयां ”

आपको और आपके परिवार को दिवाली की हार्दिक बधाईया

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ज़िन्दगी में कुछ गम जरुरी है
वर्ना खुदा को कौन याद करता

मिलता नसीब चाहने से तो
खुदा से फरियाद कौन करता

होता सुकून हर निगाह में तो
खुदा का दीदार कौन करता

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जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा,
जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा,
बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता, यारों
जो जलेगा, उसी दिये में तो उजाला होगा…।

न किसी का फेंका हुआ मिले,
न किसी से छिना हुआ मिले,
मुझे बस मेरे नसीब में, लिखा हुआ मिले,
ना मिला ये भी, तो कोई गम नहीं,
मुझे बस मेरी मेहनत का, किया हुआ मिले.

इस उम्मीद से मत फिसलो,
कि तुम्हें कोई उठा लेगा !!

सोच कर मत डूबो दरिया में,
कि तुम्हें कोई बचा लेगा…!!

ये दुनिया तो एक अड्डा है,
तमाशबीनों का दोस्तों,

गर देखा तुम्हें मुसीबत में तो
यहां हर कोई मज़ा लेगा…!!!

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सुकून की बातमत कर ऐ दोस्त..

सुकून की बातमत कर ऐ दोस्त..
बचपन वाला ‘इतवार’ जाने क्यूँ अब नहीं आता।


मैंने कहा बहुत प्यार आता है तुम पर..
वो मुस्कुरा कर बोले और तुम्हे आता ही क्या है।


चेहरा बता रहा था कि मारा है भूख ने,
सब लोग कह रहे थे कि कुछ खा के मर गया।


सिखा दी बेरुखी भी ज़ालिम ज़माने ने तुम्हें,
कि तुम जो सीख लेते हो हम पर आज़माते हो।


वो जिनके हाथ में.. हर वक्त छाले रहते हैं..
आबाद उन्हीं के दम पर.. महल वाले रहते हैं|


ना शौक दीदार का, ना फिक्र जुदाई की,
बड़े खुश नसीब हैँ वो लोग … जो, मोहब्बत नहीँ करतेँ!


मोहब्बत कर सकते हो तो खुदा से करो ‘दोस्तों’
मिट्टी के खिलौनों से कभी वफ़ा नहीं मिलती


कुछ इस तरह बुनेंगे हम अपनी तकदीर के धागे
कि अच्छे अच्छो को झुकना पड़ेगा हमारे आगे!


बहुत ज़ालिम हो तुम भी मुहब्बत ऐसे करते हो
जैसे घर के पिंजरे में परिंदा पाल रखा हो|


मेरे अन्दर कुछ टूटा है
बस दुआ करो वो दिल ना हो…!!!!!

मुझे को अब तुझ से भी मोहब्बत नहीं रही,
आई ज़िंदगी तेरी भी मुझे ज़रूरत नहीं रही,
बुझ गये अब उस के इंतेज़ार के वो जलते दिए,
कहीं भी आस-पास उस की आहट नहीं रही|

उसे उड़ने का शौक था..
और हमें उसके प्यार की कैद पसंद थी..
वो शौक पूरा करने उड़ गयी जो..
आखिरी सांस तक साथ देने को रजामंद थी|

हर भूल तेरी माफ़ की..
हर खता को तेरी भुला दिया..
गम है कि, मेरे प्यार का..
तूने बेवफा बनके सिला दिया|

कागज़ के नोटों से आखिर
किस किस को खरीदोगे,
किस्मत परखने के लिए यहाँ आज भी
सिक्का ही उछाला जाता है!

क्यूँ करते हो मुझसे
इतनी ख़ामोश मुहब्बत..
लोग समझते है
इस बदनसीब का कोई नहीँ..

तू नहीं तो ये नज़ारा भी बुरा लगता है..
चाँद के पास सितारा भी बुरा लगता है..
ला के जिस रोज़ से छोड़ा है तुने भवँर में मुझको..
मुझको दरिया का किनारा भी बुरा लगता है..

सिलसिला उल्फत का चलता ही रह गया,
दिल चाह में दिलबर के मचलता ही रह गया,
कुछ देर को जल के शमां खामोश हो गई,
परवाना मगर सदियों तक जलता ही रह गया..!!

 

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उतर के देख मेरी चाहत की गहराई मै,

उतर के देख मेरी चाहत की गहराई मै,
सोचना मेरे बारे मै रात की तन्हाई मै,
अगर हो जाए मेरी चाहत का एहसास तुम्हे,
तो मिलेगा मेरा अक्स तुम्हे अपनी ही परछाई मै…

दिल का हर राज दे दिया उनको मैहरबान समझ कर,
लगाया मौत को गले से हमने,उनका फरमान समझ,कर ,
वो नादान क्या जाने मेरी दीवानगी कि हद को,
कि हर सितम को सहा है हमने उसका अहसान समझकर|

आज की नई सुबह इतनी सुहानी हो जाए,
आपके दुखों की सारी बातें पुरानी हो जाएं,
दे जाए इतनी खुशियां ये दशहरा आपको,
कि ख़ुशी भी आपके मुस्कुराहट की दीवानी हो जाएं ।
आपको और आपके परिवार को दशहरा की बहुत-बहुत शुभ-कामनायें.

मैंने महसूस किया है उस जलते हुए रावण का दुःख
जो सामने खड़ी भीड़ से बारबार पूछ रहा था..
तुम में से कोई राम है क्या?

किस्मत पर नाज़ है तो वजह तेरी रहमत..
खुशियां जो पास है तो वजह तेरी रहमत..
मेरे अपने मेरे साथ है तो वजह तेरी रहमत..
मैं तुझसे मोहब्बत की तलब कैसे न करूँ..
चलती जो ये सांस है तो वजह तेरी रहमत..

कितना वाकिफ थी
वो मेरी कमजोरी से,
वो रो देती थी,
और मैं हार जाता था..

कुछ अलग ही करना है
तो वफ़ा करो दोस्त,
वरना मज़बूरी का नाम लेकर
बेवफाई तो सभी करते है.

जिल्लत की जिंदगी से अच्छा है शान से मर जाना.
मौत से बदतर है मौत के खौफ से डर जाना ,
जिन्दादिली है जिंदगी को मुस्कुरा के जीना
बुजदिली है दौरे गम में टूटकर बिखर जाना…!!

हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला,
हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला,
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी,
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला|

उस मोड़ से शुरू करें
चलो फिर से जिंदगी
हर शय हो जहाँ नई सी
और हम हो अज़नबी

तेरी धड़कन ही ज़िंदगी का किस्सा है मेरा,
तू ज़िंदगी का एक अहम् हिस्सा है मेरा..
मेरी मोहब्बत तुझसे, सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है,
तेरी रूह से रूह तक का रिश्ता है मेरा..!!

 

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एक पल का एहसास बनकर आते हो तुम,

एक पल का एहसास बनकर आते हो तुम,
दुसरे ही पल ख्वाब बनकर उड़ जाते हो तुम,
जानते हो की लगता है डर तन्हाइयों से,
फिर भी बार बार तनहा छोड़ जाते हो तुम..!!

जिनके दिल पे लगती है चोट..
वो आँखों से नही रोते,
जो अपनो के ना हुए..
किसी के नही होते,
मेरे हालातों ने मुझे ये सिखाया है..
की सपने टूट जाते हैं पर पूरे नही होते|

तेरी यादें हर रोज़ आ जाती है मेरे पास,
लगता है तुमने बेवफ़ाई नही सिखाई इनको..!!

हमे हारने का शोख नहीँ,
बस हम खेलते हे उस अंदाज से की लोग मैदान छोड देते हैं..!!

कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं,
जब दिल भर जाता है.. तो लोग अक्सर रूठ जाया करते हैं..!!

क्या ऎसा नहीं हो सकता के हम तुमसे तुमको माँगे,
और तुम मुस्कुरा के कहो के अपनी चीजें माँगा नहीं करते..!!

जो आज तेरे पास है वो हमेशा नहीं रहेगा,
कुछ दिन बाद तू आज जैसा नहीं रहेगा..!!

जब कागज़ पर लिखा मैंने माँ का नाम,
कलम अदब से बोल उठी हो गए चारों धाम..!!

सुनो, एकदम से जुदाई मुश्किल है,
मेरी मानों कुछ किश्तें तय कर लो..!!

ये जो तुम मेरा हालचाल पूछते हो,
बड़ा ही मुश्किल सवाल पूछते हो..!!

फिर तेरी याद, फिर तेरी तलव,
फिर तेरी बातें, ऐसे लगता है ऐ दिल तुझे मेरा सकून नही आता..!!

तोड़ दो ना वो कसम जो खाई है,
कभी कभी याद कर लेने में क्या बुराई है..!!

उसकी यादों को किसी कोने में छुपा नहीं सकता,
उसके चेहरे की मुस्कान कभी भुला नहीं सकता,
मेरा बस चलता तो उसकी हर याद को भूल जाता,
लेकिन इस टूटे दिल को मैं समझा नहीं सकता|

फिर तेरा चर्चा हुआ, आँखें हमारी नम हुई,
धड़कने फिर बढ़ गई, साँस फिर बेदम हुई,
चांदनी की रात थी, तारों का पहरा भी था,
इसलिए ही शायद गम की आतिशबाजी कम हुई|

उसके चले जाने के बाद..
हम महोबत नहीं करते किसी से..
छोटी सी जिन्दगी है..
किस किस को अजमाते रहेंगे|

दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में,
और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता|

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मौहब्बत की मिसाल में,

मौहब्बत की मिसाल में,
बस इतना ही कहूँगा ।
बेमिसाल सज़ा है,
किसी बेगुनाह के लिए ।

ये बेवफा वफा की कीमत क्या जाने !!
है बेवफा गम-ऐ मोहब्बत क्या जाने !!
जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर !!
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने !!

छोड़ तो सकता हूँ,
मगर..
छोड़ नहीं पाता उसे,
वो शख्स मेरी बिगड़ी हुई..
आदत की तरह है..

तेरी याद में आंसुओं का समंदर बना लिया,
तन्हाई के शहर में अपना घर बना लिया,
सुना है लोग पूजते हैं पत्थर को,
इसलिए तुझसे जुदा होने के बाद दिल को पत्थर बना लिया।

हाल अपने दिल का,
मैं तुम्हें सुना नहीं पाती हूँ..
जो सोचती रहती हूँ हरपल,
होंठो तक ला नहीं पाती हूँ..
बेशक बहुत मोहब्बत है,
तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में..
पर पता नहीं क्यों तुमको,
फिर भी मैं बता नहीं पाती हूँ..

ज़रूरी नहीं कि हर समय लबों,
पर भगवान का नाम आये,
वो लम्हा भी भक्ति से कम नहीं जब,
इंसान इंसान के काम आये।

एक बात पूछें तुमसे..
जरा दिल पर हाथ रखकर फरमायें..
जो इश्क़ हमसे शीखा था..
अब वो किससे करते हो|

 

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एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,

एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह..


जब नफ़रत करते करते थक जाओ..।
तो एक मौका प्यार को भी दे देना।।


खामोशियाँ – बहुत कुछ कहती हैं,
कान नही दिल लगा कर सुनना पड़ता है..


मैंने उसे बोला ये आसमान कितना बड़ा है ना,
पगली ने गले लगाया और कहा इससे बड़ा तो नहीं..


देखते हैं अब क्या मुकाम आता है साहेब,
सूखे पत्ते को इश्क़ हुआ है बहती हवा से..!!


मैने जो पुछा उनसे कि.. यूँ बात बात पे रूलाते क्युँ हो..
वो बङे प्यार से बोली, मुझे बहता हुआ पानी बेहद पंसद है.


शायरी लिखना बंद कर दूंगा अब मैं यारो..
मेरी शायरी की वजह से दोस्तों की आँखों में आंसू अब देखे नहीं जाते..!!


जाते जाते उसने पलटकर सिर्फ इतना कहा मुझसे,
मेरी बेवफायी से ही मर जाओगे या मार के जाऊ!!


ठहर सके जो.. लबों पे हमारे,
हँसी के सिवा, है मजाल किसकी.


तुम पल भर के लिए दूर क्या जाते हो,
तो हम ‘बिखरने’ से लगते हैं..

मोहब्बत भी ठंड जैसी है,
लग जाये तो बीमार कर देती है..


जादू वो लफ़्ज़ लफ़्ज़ से करता चला गया
और हमने बात बात में हर बात मान ली


हम बने ही थे तबाह होने के लिए..
तेरा छोड़ जाना तो महज़ इक बहाना था.!!


खेल ताश का हो या जिंदगी का,
अपना इक्का तब ही दिखाना जब सामने बादशाह हो ।


मुझे क़बूल है.. हर दर्द.. हर तकलीफ़ तेरी चाहत में..
सिर्फ़ इतना बता दो.. क्या तुम्हें मेरी मोहब्बत क़बूल है..?


दुनिया खरीद लेगी हर मोड़ पर तुझे…
तूने जमीर बेचकर अच्छा नहीं किया..


मैं खुद भी अपने लिए अजनबी हूं ..
मुझे गैर कहने वाले.. तेरी बात मे दम है.


कभी आपको याद आई कभी हमने याद किया..
खैर छोड़ो ये बेकार सियासत चलो आओ बात करें


ज़िन्दगी में कई ऐसे लोग भी मिलते हैं
जिन्हें हम पा नहीं सकते सिर्फ चाह सकते हैं..


सच के रास्ते पे चलने का.. ये फ़ायदा हुआ,
रास्ते में कहीं भीड़ नहीं थी ।

मैंने जिन्दगी से पूछा..
सबको इतना दर्द क्यों देती हो..??
जिन्दगी ने हंसकर जवाब दिया..
मैं तो सबको ख़ुशी ही देती हुँ..
पर एक की ख़ुशी दुसरे का दर्द बन जाती है !!

नज़रों से दूर सही दिल के बहुत पास है तू..
बिखरी हुई इस ज़िन्दगी में मेरे जीने की आस है तू..


वो मेरी हर दुआ में शामिल था
जो किसी और को बिन मांगे मिल गया


तुम थोड़ी सी ‪#‎फुलझड़ी‬ क्या हुई..
पूरा मौहल्ला ही ‪#‎माचिस‬ हो गया..


काश तुझे सर्दी के मौसम मे लगे मुहब्बत की ठंड,
और तू तड़प कर माँगे मुझे कम्बल की तरह..!


कहाँ ढूँढ़ते हो तुम इश्क़ को ऐ-बेखबर
ये खुद ही ढून्ढ लेता है जिसे बर्बाद करना हो ..


मैने कहा बडी तीखी‬ मिर्च होयार तुम..!!
वो.. मेरे होठचुम करबोलीऔर अब!!


Aaj Koi ‪‎Shayari‬ Nahi Bas Itna ‪Sun‬ Lo
Mei ‪Tanha‬ Hu aur ‪‎Wajah‬ Tum Ho…!!


Rehte Hain Aas-Paas Hi Lekin Saath Nahi Hote..
Kuch Log Jalte Hain Mujhse Bus Qaakh Nahi Hote!!


बचपन में तो शामें भी हुआ करती थी,
अब तो बस सुबह के बाद रात हो जाती है!

जीने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
झूठा ही सही मेरे यार का वादा है,
हम सच मान कर ऐतबार करते हैं ।

मुहब्बत में सच्चा यार न मिला,
दिल से चाहे हमें वो प्यार न मिला।
लूटा दिया उसके लिए सब कुछ मैने,
मुसीबत में मुझे मददग़ार न मिला।

मैंने जिन्दगी से पूछा..
सबको इतना दर्द क्यों देती हो ?
जिन्दगी ने हंसकर जवाब दिया..
मैं तो सबको ख़ुशी ही देती हु,
पर एक की ख़ुशी दुसरे का दर्द बन जाती है !!

अब ये न पूछना की..
ये अल्फ़ाज़ कहाँ सेलाता हूँ,
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के,
कुछ अपनी सुनाता हूँ|

मजबूर नही करेंगे तुझे वादे निभानें के लिए,
बस एक बार आ जा, अपनी यादें वापस ले जाने के लिए..!!


तुझसे मैँ इजहार ऐ मोहब्बत इसलिए भी नही करता,
सुना है बरसने के बाद बादलो की अहमियत नही रहती|


कागज अपनी क़िस्मत से उड़ता है और पतंग अपनी काबिलियत से,
क़िस्मत साथ दे या न दे पर काबिलियत जरुर साथ देगी..!!


“जान” थी वो मेरी,
और जान तो एक दिनचली ही जाती है ना..!!


हर मर्ज़ का इलाज़ मिलता था उस बाज़ार में,
मोहब्बत का नाम लिया दवाख़ाने बन्द हो गये|


तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है,
पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है..!!


वो जब पास मेरे होगी तो शायद कयामत होगी,
अभी तो उसकी तस्वीर ने ही तवाही मचा रखी है|


लोग कहते है हर दर्द की एक हद होती है,
कभी मिलना हमसे हम वो सीमा अक्सर पार करके जाते है|


पतझड आती है तो पते टूट जाते है,
नया साथ मिल जाए तो पुराने छूट ही जाते है|


फिर पलट रही हे सदिॅयो सी सुहानी रातें,
फिर तेरी याद मे जलने के जमाने आ गए|

वो साथ थे तो
एक लफ़्ज़ ना निकला
लबों से,
दूर क्या हुए
कलम ने क़हर मचा दिया..!!

 

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न वो सपना देखो जो टूट जाये,

न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।

जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये,
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।

तेरा नजरिया मेरे नजरिये से अलग था…
शायद तूने वक्त गुजारना था और हमे सारी जिन्दगी..


वाह रे इश्क़ तेरी मासूमियत का जवाव नहीं.।।
हँसा हँसा कर करता है बर्बाद तू मासूम लोगो को.।।


Mera majhab to, ye do hatheliya batati hai
jude to pooja… khule to dua kehlati hai


ना मैं शायर हूँ ना मेरा शायरी से कोई वास्ता,
बस शौक बन गया है, तेरी यादो को बयान करना


फरिश्ते आकर उनके जिस्म पर खुशबू लगाते थे !
वो बच्चे रेल के डिब्बों में अब झाडू लगाते हैं !!


जिन्हें पता है कि अकेलापन क्या होता है, वो लोग
दूसरों के लिए हमेशा हाजिर रहते हैं..!!


तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है,
पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है..!!


रूठा अगर तुझसे तो इस अंदाज से रूठूंगा ,
तेरे शहर की मिट्टी भी मेरे बजूद को तरसेगी


हम लाए हैं तूफान से किश्ती निकाल के,
इस देश को रखना मेरे बच्चों सम्भाल के


जिम्मेदारियां बांध देती हैं अपना शहर न छोड़नेको..
वरना कौन तरक्की की सीढीयां चढ़ना नहीं चाहता..

मेरे साथ बैठ कर वक़्त भी रोया
एक दिन बोला बन्दा तू ठीक है मैं ही ख़राब चल रहा हूँ .


उम्र बीत गयी पर एक जरा सी बात समझ नही आई..!!
हो जाये जिन से मोहब्बत वो लोग कदर क्यों नही करते..!!


उम्र बीत गयी पर एक जरा सी बात समझ नही आई..!!
हो जाये जिन से मोहब्बत वो लोग कदर क्यों नही करते..!


मुझे तो आज पता चला कि मैं किस क़दर तनहा हूँ
पीछे जब भी मुड़ कर देखूं तो मेरा साया भी मुँह फेर लेता है…!


जब जिन्दा थे तो बेबुनियाद आरोप लगाती रही,
जब कब्र में सोये तो ‘शख्स बडा लाजबाब था’


आज मैंने दिल को थोड़ा साफ़ किया,
कुछ को भूला दिया, कुछ को माफ़ किया!!


मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे मंजुर है..!! .
लेकिन धोखा देने वालों को मै दुबारा मौका नही देता..!


इश्क की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही,
दर्द कम हो कि ज्यादा हो, मगर हो तो सही…।


मोहब्बत की आजतक बस दो ही बातें अधूरी रही,
इक मै तुझे बता नही पाया, और दूसरी तूम समझ नही पाये..


बड़े अजीब से हो गए रिश्ते आजकल..
सब फुरसत में हैं पर वक़्त किसी के पास नही.

रोने की वजह न थी हसने का बहाना न था
क्यो हो गए हम इतने बडे इससे अच्छा तो वो बचपन का जमाना था!


किसी ने कहा था महोब्बत फूल जैसी है!!
कदम रुक गये आज जब फूलों को बाजार में बिकते देखा!


जो दिल को अच्छा लगता है उसी को दोस्त कहता हूँ,
मुनाफ़ा देखकर रिश्तों की सियासत नहीं करता ।।।


ना कर तू इतनी कोशिशे, मेरे दर्द को समझने की….
तू पहले इश्क़ कर, फिर चोट खा, फिर लिख दवा मेरे दर्द की….


जिस घाव से खून नहीं निकलता,
समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है.


तुम रख न सकोगे, मेरा तोहफा संभालकर,
वरना मैं अभी दे दूँ, जिस्म से रूह निकालकर…!


अपने वजूद पर इतना न इतरा … ए ज़िन्दगी.
वो तो मौत है जो तुझे मोहलत देती जा रही है ।


वही हुआ न तेरा दिल, भर गया मुझसे…
कहा था न ये मोहब्बत नहीं हैं, जो तुम करती हो…!!


क्या कशिश थी उस की आँखों में.. मत पूछो.
मुझ से मेरा दिल लड़ पड़ा मुझे यही चाहिये…??


प्यार मोहब्बत चाहत इश्क़ जिन्दगी उल्फ़त ,
एक तेरे आने से कितना बदल गई किस्मत।

दिसम्बर क्या आया, रह गये दोनो अकेले
एक मै दुसरा वो कैलेण्डर का पेज आखरी


सपने तो बहुत आये पर, तुमसा कोई सपनों मे न आया।
फिजा मे फूल तो बहुत खिले पर, तुमसा फूल न मुसकुराया ॥


मन्जिले मुझे छोड़ गयी रास्तों ने सभाल लिया है..!!
जा जिन्दगी तेरी जरूरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया है.


भूल कर भी अपने दिल की बात किसी से मत कहना,
यहाँ कागज भी जरा सी देर में अखबार बन जाता है!


चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह..
मगर खामोश रहता हूँ, अपनी तकदीर की तरह..


ताकत की जरूरत तब होतीं हैं जब कुछ बुरा करना हों ..
वरना दुनियाँ में सब कुछ पाने के लिए प्यार ही काफ़ी हैं …!!


चाहो तो छोड़ दो.. चाहो तो निभा लो..
मोहब्बत तो हमारी है.. पर मर्जी सिर्फ तुम्हारी है..!!!


हम तो पागल है जो शायरी में ही दिल की बात कह देते है..
लोग तो गीता पे हाथ रखके भी सच नहीं बोलते !!


ना किया कर अपने दर्द को शायरी में ब्यान ये नादान दिल,
कुछ लोग टुट जाते हैं इसे अपनी दास्तान समझकर…


तेरी यादो को पसन्द आ गई है मेरी आँखों की नमी,
हँसना भी चाहूँ तो रूला देती है तेरी कमी…!!

अपनी तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी है,
जिस चीज़ की चाह है वो ही बेगानी है,
हँसते भी है तो दुनिया को हँसाने के लिए,
वरना दुनिया डूब जाये इन आखों में इतना पानी है।

समझ ना आया ऐ जिंदगी तेरा ये फलसफा,
एक तरफ कहती है सबर का फल मीठा होता है
और दूसरी तरफ कहती है
वक़्त किसी का इंतजार नही करता

दोस्तो से अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले,,
कमबख्त हर बात पर कहते हैं कि तुझे छोडेंगे नहीं.


वहीँ तारीख वहीँ दिन वहीँ समा बस वो लोग नहीं जिन्होंने बना दिया यादगार हर लम्हा.


जींदगी गुझर गई सारी कांटो की कगार पर,
और फुलो ने मचाई है भीड़ हमारी मझार पर!!


सुनो तुम मेरी जिद नहीं जो पूरी हो…
तुम मेरी धड़कन हो जो जरुरी हो..


और कितने इम्तेहान लेगा वक़्त तू
ज़िन्दगी मेरी है फिर मर्ज़ी तेरी क्यों


यकीन नहीं होता फिर भी कर ही लेता हूँ…
जहाँ इतने हुए एक और फरेब हो जाने दो…


जो लम्हा साथ हैं, उसे जी भर के जी लेना.
कम्बख्त ये जिंदगी.. भरोसे के काबिल नहीं है.!


तुम भी अच्छे … तुम्हारी वफ़ा भी अच्छी,
बुरे तो हम है जिनका दिल नहीं लगता तुम्हारे बिना…


सुनो! बार बार मेरी ‪‎प्रोफाइल‬ खोल के ‪#तस्वीर‬ ना देखा करो…
नज़र ‪‎मोहब्बत‬ की होगी तो नज़र लग जाऐगी !!‪


मुस्कुरा देता हूँ अक्सर देखकर पुराने खत तेरे,,,
तू झूठ भी कितनी सच्चाई से लिखती थी..

जिंदगी तुझसे हर कदम पर समझौता क्यों किया जाय,
शौक जीने का है मगर इतना भी नहीं कि मर मर कर जिया जाए।
जब जलेबी की तरह उलझ ही रही है तू ए जिंदगी
तो फिर क्यों न तुझे चाशनी में डुबा कर मजा ले ही लिया जाए!

 

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मोहब्बत की गवाही अपने

मोहब्बत की गवाही अपने
होने की ख़बर ले जा…
जिधर वो शख़्स रहता है
मुझे ऐ दिल! उधर ले जा…

कुछ खूबसूरत पल याद आते हैं,
पलकों पर आँसु छोड जाते हैं,
कल कोई और मिले हमें न भुलना
क्योंकि कुछ रिश्ते जिन्दगी भर याद आते हैं|

कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं,
उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं,
उदासी आज भी मेरे चेहरे से झलकती है,
पर
अब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं|

क्या होता है ‪‎ठंड‬ मे,
शीत लहर से ‪हाल‬!
जिनके सर पर ‪छत‬ नही,
उनसे करो ‪सवाल‬!!

जिस जिस ने मुहब्बत में,
अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर दिया|

इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद,
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख़यालों के बाद,
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी,
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद|

आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए!

 

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बदलना आता नहीं हमे मौसम की तरह,

बदलना आता नहीं हमे मौसम की तरह,
हर इक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैं,
ना तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हे हम इतना प्यार करते हैं|

मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता तुम्हे,
तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे,
यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई,
आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्हे|

प्यार किया बदनाम हो गए,
चर्चे हमारे सरेआम हो गए,
ज़ालिम ने दिल उस वक़्त तोडा,
जब हम उसके गुलाम हो गए|

तेरे एहसासों में जो सुकून है..
वो नींद में कहाँ ..


अजीब किस्सा है जिन्दगी का,
अजनबी हाल पूछ रहे हैं और अपनो को खबर तक नहीं..


ये जो हालात हैं एक रोज सुधर जायेंगे..
पर कई लोग मेरे दिल से उतर जायेंगे..


मुजे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान है बहुत लोग..
‪‎पर‬ किसी ने मेरे पैरो के छाले नहीं देखे..


मिठास रिश्तों कि बढाए तो कोई बात बने..
मिठाईयाँ तो हर साल मीठी ही बनती है..


अपनी जिंदगी अजीब रंग में गुजरी है..
राज किया दिलों पे और तरसे मोहब्बत को..


बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी,
फिर भी बेइंतहा तुझे चाहने की बेबसी मेरी !


वहम से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते..
कसूर हर बार गल्तियों का नही होता..


किसकी खातिर अब तु धड़कता है ऐ दिल..
अब तो कर आराम, कहानी खत्म हुई !

सुना था.. मोहब्बत मिलती है, मोहब्बत के बदले |
हमारी बारी आई तो, रिवाज हि बदल गया ||


सुनो! या तो मिल जाओ, या बिछड जाओ,
यू सासो मे रह कर बेबस ना करो|


तुझ से रूठने का हक है मुझ को..
पर मुझ से तुम रूठो यह अच्छा नहीं लगता|


हजारों चेहरों में एक तुम ही पर मर मिटे थे..
वरना.. ना चाहतों की कमी थी और ना चाहने वालों की..!


एक सफ़र ऐसा भी होता है दोस्तों,
जिसमें पैर नहीं दिल थक जाता है…!!


तुझको लेकर मेरा ‪ख्याल‬ नहीं ‪बदलेगा‬..
‪साल‬ बदलेगा, मगर ‪दिल‬ का ‪हाल‬ नहीं बदलेगा|


अगर लोग यूँ ही कमिया निकालते रहे तो,
एक दिन सिर्फ खुबिया ही रह जायेगी मुझमे !


उसने चुपके से मेरी आँखों पर हाथ रखकर पूछा…बताओ कौन ???
मैं मुस्कराकर धीरे से बोला… “मेरी जिन्दगी”


मै नासमझ ही सहीं मगर वो तारा हूं..
जो तेरी एक ख्वाहिश के लिये..सौ बार टूट जाऊं|


मैं ख़ामोशी तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा..
मैं एक उलझा लम्हा, तू रूठा हुआ हालात मेरा |


जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर,
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ |

एक सिगरेट सी मिली तू मुझे..
ए आशिकी कश एक पल का लगाया था लत उम्र भर की लग गयी।


जी करता है चला जाऊं, हसीनों की महफिल में..
पर क्या करूं ये मेरे दोस्तो, उतना दम ही नहीं है दिल में।।


एक तु मिल जाती तो किसी का कया चला जाता..
तुझे उमर भर के लिए खुशीयाँ ही खुशीयाँ और मुझको मेरा खुदा मिल जाता।


बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने,
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए..!


मुझ पर सितम करो तो तरस मत खाना..
क्योकि खता मेरी हैं मोहब्बत मैंने किया हैं।


वो तो अपनी एक आदत को भी ना बदल सका..
जाने क्यूँ मैंने उसके लिए अपनी जिंदगी बदल डाली


बेवफा कहने से पहले मेरी रग रग का खून निचोड़ लेना..
कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे छोड़ देना।


दो ‪‎लव्ज‬ क्या लिखे तेरी ‪याद‬ मे..
लोग कहने लगे तु आशिक‬ बहुत पुराना है।


सौदा कुछ ऐसा किया है तेरे ख़्वाबों ने मेरी नींदों से..
या तो दोनों आते हैं, या कोई नहीं आता..


कमाल का जिगर रखते है कुछ लोग,
दर्द पढ़ते है और आह तक नहीं करते।

वो नहीं आती पर निशानी भेज देती है
ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है
कितने मीठे हे उसकी यादो के मंज़र।
कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है!!

अपना होगा तो सता के मरहम देगा,
जालिम होगा अपना बना के जख्म देगा,
समय से पहले पकती नहीं फसल,
अरे बहुत बरबादियां अभी मौसम देगा|

 

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